धन योग और दूसरे भाव (Second House) के स्वामी (Lord) की पोजिशन के आधार पर धन कैसे, कहां, और किस रूप में प्राप्त होगा,
🔶 धन योग और सेकंड हाउस (दूसरा भाव) से जुड़ी जानकारी
✅ 1. सेकंड हाउस (दूसरा भाव) क्या दर्शाता है?
- धन / पैसा / सेविंग्स / इनकम का स्रोत
- वाणी (tone and communication style)
- कुटुंब / immediate family
- फैमिली वैल्यूज
- खाने-पीने की आदतें
- लाइफ में पैसा कैसे और कहां से आएगा
🔷 2. सेकंड हाउस का लॉर्ड (स्वामी) किस भाव में बैठा है, यह कैसे देखें:
- अपने लग्न (Ascendant) के अनुसार दूसरे भाव में जो राशि है, उसका नंबर देखें।
- उस राशि का स्वामी ही सेकंड हाउस का लॉर्ड कहलाता है।
- फिर देखें कि वह लॉर्ड कुंडली में किस भाव में बैठा है।
🔶 3. सेकंड हाउस का लॉर्ड अगर...तो धन कैसे आएगा?
▶️ 1st House (लग्न में):
- Self-made धन योग: आपकी पर्सनालिटी, सोच, अपीयरेंस, आत्मविश्वास से पैसा आता है।
- जितनी अच्छी पर्सनालिटी, उतनी अच्छी इनकम।
▶️ 2nd House (अपने ही घर में):
- खुद के प्रयास से स्थिर और सस्टेनेबल इनकम।
- जीवन के शुरुआती वर्षों में धन की तीव्र इच्छा होती है, बाद में संतोष आता है।
▶️ 3rd House (पराक्रम भाव):
- जन्म स्थान से दूर पैसा आता है।
- मेहनत, कम्युनिकेशन, राइटिंग, मीडिया, एक्टिंग, यूनिफॉर्म सर्विस (पुलिस, आर्मी) आदि से पैसा।
- बहुत पापड़ बेलने पड़ते हैं।
▶️ 4th House (सुख भाव):
- माता, प्रॉपर्टी, व्हीकल, कंफर्ट, कम्युनिटी वर्क से पैसा आता है।
- मां की सेवा से धन बढ़ता है।
- समाज सेवा, मंदिर, स्कूल बनवाना, लोगों को सुरक्षित फील कराना।
▶️ 5th House (बुद्धि, संतान, पूर्व पुण्य):
- बच्चों, शिक्षा, शेयर मार्केट, मनोरंजन, रचनात्मकता, स्पोर्ट्स से पैसा।
- हंसाकर, लोगों को एंजॉय कराकर धन अर्जित होता है।
- पढ़ाई और ज्ञान के दम पर पैसा आता है।
▶️ 6th House (रोग, ऋण, रिपु):
- प्रॉब्लम सॉल्विंग, जॉब, सेवा भाव से पैसा।
- चिकित्सा, काउंसलिंग, आईटी, लॉ, पुलिस, हेल्थ वर्क आदि से धन।
- बीमार व्यक्ति की सेवा से धन की संभावनाएं बनती हैं।
🔷 4. ग्रह के आधार पर फाइन ट्यूनिंग (Examples):
- बुध (Mercury) छठे घर में: इंटरनेट/आईटी से धन।
- मंगल (Mars) तीसरे में: एक्शन मूवीज/स्पोर्ट्स/आर्मी टाइप कार्य।
- गुरु (Jupiter) छठे में: काउंसलिंग/टीचिंग से पैसा।
- चंद्रमा (Moon) चौथे में: माता के माध्यम से सुखद और घरेलू एनवायरमेंट से धन।
📌 5. विशेष टिप्स:
- सेकंड हाउस लॉर्ड की पोजिशन के आधार पर अपने धन का रास्ता समझिए।
- वाणी, सेवा, कंफर्ट, पर्सनालिटी, रचनात्मकता — ये सब आपके धन के माध्यम हो सकते हैं।
- धन कमाने से पहले पहचानिए कि आपका धन किस जगह पर ‘छिपा’ हुआ है।
“2nd House Lord in All 12 Houses – भाग 2 (7वें से 12वें भाव तक)”।
🔶 2nd House Lord in Different Houses – भाग 2
(जब दूसरे भाव का स्वामी 7वें से 12वें भावों में बैठता है)
✅ 1. दूसरे घर का स्वामी 7वें भाव में हो:
- मैरिज के बाद धन बढ़ता है।
- स्पाउस की मर्जी और परमिशन से फाइनेंशियल डिसीजन होते हैं।
- फेस-टू-फेस काउंसलिंग, कनेक्शन, पब्लिक डीलिंग से इनकम।
- जितनी पब्लिक अपीयरेंस, उतना धन।
- दाम्पत्य जीवन से धन योग जुड़ा होता है।
✅ 2. दूसरे घर का स्वामी 8वें भाव में हो:
- धन में एक बार जबरदस्त डाउनफॉल आता है (जैसे दिवालियापन) और फिर रिवाइवल।
- गुप्त साधनाओं, टैक्स, रिसर्च, मैन्युफैक्चरिंग, सर्जरी, इनलॉज से धन।
- व्यक्ति अपने फाइनेंस को छुपा कर रखता है।
- अजीब चीजें कलेक्ट करने की आदत — weird obsessions / research tendencies।
🔺 नकारात्मक ग्रह (मंगल, शनि, राहु आदि) हों तो सेविंग्स में बड़ी समस्याएं ला सकते हैं।
✅ 3. दूसरे घर का स्वामी 9वें भाव में हो:
- राजयोग जैसा कॉम्बिनेशन — भाग्य और धन साथ जुड़ते हैं।
- फादर, टीचर्स, गुरुओं की कृपा से धन।
- पढ़ाई, धार्मिकता, विदेश यात्रा, लॉन्ग टर्म वेंचर्स से इनकम।
- जितने धार्मिक, उतने धनवान।
- पिता से जुड़ा कार्य या आशीर्वाद, एजुकेशन से ग्रोथ।
✅ 4. दूसरे घर का स्वामी 10वें भाव में हो:
- धन का मालिक कर्म भाव में — बहुत शुभ।
- व्यक्ति कम उम्र से ही कमाना शुरू करता है।
- एक काम गया, दूसरा मिल जाता है — वर्क स्टेबिलिटी और मल्टीपल स्कोप्स।
- बड़ी मेहनत के बिना भी धन अर्जन संभव।
📌 घर से बाहर निकलते ही धन मिलने लगता है।
✅ 5. दूसरे घर का स्वामी 11वें भाव में हो:
- सर्वश्रेष्ठ स्थितियों में एक।
- कम मेहनत, ज्यादा इनकम।
- दोस्त, नेटवर्क, कनेक्शन से पैसा।
- प्लानेट के अनुसार प्रोफेशन चुनें:
- बुध: आईटी, वाणी आधारित कार्य
- शुक्र: अकाउंटिंग, फाइनेंस, डिजाइन
- सूर्य: गवर्नमेंट
- जुपिटर: एजुकेशन, काउंसलिंग
- राहु: ट्रांसपोर्ट, आयात-निर्यात
- केतु: मिस्टिक, मेडिटेशन, मेडिकल टूल्स
🧠 जो ग्रह बैठा है, उसी से संबंधित काम या व्यक्ति (जैसे गुरु तो पिता) से काम करें।
✅ 6. दूसरे घर का स्वामी 12वें भाव में हो:
- धन आता है और चला भी जाता है।
- खर्च और लॉसेस का घर है — इसलिए सेविंग में कठिनाई।
- विदेश यात्रा, मेडिकल, इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट, रिसर्च, होस्पिटल से पैसा।
- “जाने दो, आएगा और चला जाएगा” वाली फिलॉसफी।
- बेड पर खाना खाना, गंदगी रखना — दरिद्रता ला सकता है।
- मोक्ष मार्ग की ओर झुकाव — आध्यात्मिक संतोष धन से बड़ा महसूस होता है।
📌 जितना खर्च करते हैं, उतना ही पैसा वापस आता है — एक रहस्यमयी धन चक्र चलता रहता है।
🧘♀️ अंतिम निष्कर्ष:
- दूसरे घर के स्वामी की स्थिति से धन का माध्यम, फ्लो, स्टेबिलिटी और मानसिकता का पता चलता है।
- प्लेनेट्स की नेचर और द्रष्टियों के अनुसार यह फल बदल सकते हैं।
- सेकंड हाउस का लॉर्ड 11वें और 10वें में हो तो बहुत शुभ, जबकि 8वें और 12वें में हो तो सावधानी जरूरी।
🌟 और भी ज्योतिषीय रहस्य जानने के लिए अभी विज़िट करें: 👉 iiieyeastrokhoj.blogspot.com
एक टिप्पणी भेजें
0टिप्पणियाँ